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मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना

मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना

मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना को सुनते ही मन में एक सवाल आता है कि आखिर ये है क्या? दोस्तों, ये ओडिशा सरकार की एक खास योजना है जो उन बुजुर्ग बुनकरों और कारीगरों के लिए शुरू की गई है, जो बुनाई और हस्तशिल्प के जरिए हमारी संस्कृति को जिंदा रखते हैं। आज जब मशीनों ने हाथ से बने काम को पीछे छोड़ दिया है, तब ये योजना उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है जो सालों से अपनी कला में डूबे हैं। ये न सिर्फ उनकी आर्थिक मदद करती है, बल्कि उनके हुनर को सम्मान भी देती है। तो क्या आप भी जानना चाहते हैं कि ये योजना आपके या आपके किसी अपने के लिए कैसे फायदेमंद हो सकती है? चलिए, आगे बढ़ते हैं और इसके बारे में सब कुछ समझते हैं!


मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना क्या है?

दरअसल, मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना ओडिशा के उन कारीगरों के लिए बनाई गई है जो बुढ़ापे में आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। इसे राज्य के हथकरघा, वस्त्र और हस्तशिल्प विभाग ने शुरू किया है ताकि बुनकरों और कारीगरों को थोड़ा सहारा मिल सके। चाहे बात परिचय की हो या फिर इसके

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मकसद की, ये योजना साफ तौर पर कहती है कि पारंपरिक कला को बचाना हमारी जिम्मेदारी है। ये उन लोगों के लिए है जो बुनाई, हस्तशिल्प या दूसरी पारंपरिक कलाओं में माहिर हैं और ओडिशा की शान बढ़ाते हैं। आसान शब्दों में कहें तो ये योजना बुजुर्ग कारीगरों को नई ताकत देती है।


मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना के फायदे

अब सवाल ये है कि इस योजना से क्या-क्या लाभ मिलते हैं? चलिए, इसे आसानी से समझते हैं:
  1. पैसे की मदद: हर महीने 2000 से 2500 रुपये तक की सहायता मिलती है, जो बुढ़ापे में बड़ा सहारा है।
  2. इज्जत और सम्मान: कारीगरों को उनकी मेहनत का मान मिलता है, जो दिल को सुकून देता है।
  3. सेहत का ख्याल: बीमारी या जरूरत के वक्त थोड़ा सपोर्ट मिल जाता है।
  4. खुद की कमाई: दूसरों पर निर्भर न होना पड़े, ये अपने आप में बड़ी बात है।
  5. संस्कृति की रक्षा: हमारी पुरानी कला को जिंदा रखने में मदद मिलती है।
ये फायदे सुनकर लगता है न कि सरकार ने सच में कारीगरों के बारे में सोचा है? ये सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि एक नई उम्मीद भी देता है।

मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

अगर आप सोच रहे हैं कि इस योजना का फायदा कैसे उठाएं, तो आवेदन करना बिल्कुल आसान है। बस इन स्टेप्स को फॉलो करें:
  1. वेबसाइट पर जाएं: ओडिशा सरकार की ऑफिशियल साइट पर जाकर शुरू करें।
  2. फॉर्म भरें: अपना नाम, पता और बाकी डिटेल्स ध्यान से डालें।
  3. कागजात तैयार करें: आधार कार्ड, इनकम प्रूफ और बुनकर कार्ड जैसे कागज अपलोड करें।
  4. सबमिट करें: सब चेक करने के बाद फॉर्म जमा कर दें।
  5. इंतजार करें: अप्रूवल मिलते ही आपको खबर मिल जाएगी।
बस इतना ही! थोड़ी सी मेहनत और आप इस योजना का हिस्सा बन सकते हैं।

मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना की पात्रता

अब बात करते हैं कि ये योजना किन लोगों के लिए है। पात्रता के लिए ये शर्तें हैं:
  1. ओडिशा का स्थायी निवासी होना जरूरी है।
  2. पुरुषों की उम्र 50 से ज्यादा और महिलाओं की 40 से ज्यादा हो।
  3. बुनाई या हस्तशिल्प में कम से कम 20 साल का तजुर्बा हो।
  4. सालाना इनकम 1 लाख से कम होनी चाहिए।
  5. दूसरी कोई पेंशन न ले रहे हों।
अगर ये सब आप पर फिट बैठता है, तो देर किस बात की? आप इसके हकदार हैं!

तो दोस्तों, मुख्यमंत्री बरिष्ठ बुनकर और कारीगर सहायता योजना सच में एक ऐसा तोहफा है जो हमारे कारीगरों को उनकी मेहनत का फल देता है। चाहे बात इसके लाभ की हो, आसान आवेदन की, या फिर पात्रता की, ये योजना हर तरह से उनके लिए मददगार है। अगर आपके आसपास कोई ऐसा शख्स है जो इस योजना का फायदा ले सकता है, तो उसे आज ही बताएं। ज्यादा जानकारी चाहिए? यहां और पढ़ें या फिर ओडिशा सरकार की साइट पर चेक करें। अभी मौका है, इसे हाथ से न जाने दें!


A Quick Guide for English Readers

Mukhyamantri Baristha Bunakar and Karigara Sahayata Yojana

Ever heard of the Mukhyamantri Baristha Bunakar and Karigara Sahayata Yojana? It’s a special scheme from the Odisha government that’s all about helping out elderly weavers and artisans. These are the folks who’ve spent years perfecting crafts like weaving and handicrafts—keeping Odisha’s traditions alive. With machines taking over, their skills don’t always pay the bills anymore, and that’s where this scheme steps in.


It offers a monthly stipend—between ₹2000 and ₹2500—to support these artisans financially. Women over 40 and men over 50 can apply, and if you’re above 80, you get a little extra. Beyond money, it’s a way to say “thank you” for their hard work. Applying is simple: head to the official Odisha government site, fill out a form, and attach a few documents like your ID and income proof. You’ll need to be an Odisha resident with at least 20 years of craft experience to qualify. Curious to know more? Check out the government’s portal—it’s a small step that’s making a big difference for these unsung heroes!


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