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प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना: यूपी में स्ट्रीट वेंडर्स की मदद

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना: यूपी में स्ट्रीट वेंडर्स की मदद

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना क्या है?

उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर "प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना" (Pradhan Mantri SVANidhi Yojana) को लागू किया है। यह योजना 1 जून 2020 को शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य स्ट्रीट वेंडर्स (street vendors) जैसे रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक सहायता देना है। कोविड-19 महामारी के बाद इन छोटे व्यवसायियों के सामने आई मुश्किलों को देखते हुए यह योजना लाई गई। इसके तहत वेंडर्स को बिना गारंटी के 10,000 रुपये तक का ऋण (loan) दिया जाता है।

उत्तर प्रदेश में लाखों स्ट्रीट वेंडर्स इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि ये लोग अपने व्यवसाय को फिर से शुरू कर आत्मनिर्भर (aatmanirbhar) बन सकें। यह योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र को भी मजबूत करती है।

योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के मुख्य उद्देश्य हैं:

  1. स्ट्रीट वेंडर्स को वित्तीय सहायता देना।
  2. उनके व्यवसाय को पुनर्जनन करना।
  3. आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
  4. डिजिटल भुगतान (digital payment) को प्रोत्साहित करना।

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की विशेषताएं

इस योजना की कई खास विशेषताएं हैं:

ऋण और सब्सिडी

वेंडर्स को 10,000 रुपये का शुरुआती ऋण दिया जाता है। अगर वे समय पर भुगतान करते हैं, तो अगले चरण में 20,000 और फिर 50,000 रुपये तक का ऋण मिल सकता है। साथ ही, 7%

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तक की ब्याज सब्सिडी भी दी जाती है।

डिजिटल प्रोत्साहन

डिजिटल लेनदेन करने वालों को हर महीने कैशबैक (cashback) मिलता है, जिससे तकनीक का उपयोग बढ़ रहा है।

कन्या सुमंगला योजना क्या है?

उत्तर प्रदेश सरकार की "कन्या सुमंगला योजना" (Kanya Sumangala Yojana) बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुरू की गई है। यह योजना 2019-20 के बजट में घोषित की गई थी। इसके तहत गरीब परिवारों की बेटियों को जन्म से लेकर स्कूल पूरा करने तक 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि छह चरणों में प्रदान की जाती है।

योजना का उद्देश्य

कन्या सुमंगला योजना के लक्ष्य हैं:

  1. बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।
  2. लिंग भेदभाव को कम करना।
  3. बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना।

कन्या सुमंगला योजना की विशेषताएं

इस योजना की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:

चरणबद्ध सहायता

जन्म पर 2,000 रुपये, टीकाकरण पर 1,000 रुपये, पहली कक्षा में 2,000 रुपये, छठी कक्षा में 2,000 रुपये, नौवीं कक्षा में 3,000 रुपये, और 12वीं के बाद 5,000 रुपये दिए जाते हैं।

पात्रता

यह योजना उन परिवारों के लिए है जिनकी सालाना आय 3 लाख रुपये से कम है।

उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना क्या है?

"उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना" (Uttar Pradesh Berojgari Bhatta Yojana) राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए है। इस योजना के तहत 1,000 से 1,500 रुपये तक की मासिक सहायता दी जाती है। इसका उद्देश्य युवाओं को नौकरी मिलने तक आर्थिक मदद देना है।

योजना का उद्देश्य

इस योजना के मुख्य लक्ष्य हैं:

  1. बेरोजगार युवाओं को वित्तीय सहायता देना।
  2. रोजगार तलाश में मदद करना।
  3. आत्मविश्वास बढ़ाना।

उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना की विशेषताएं

इसकी कुछ खास बातें:

पात्रता

18-35 साल के युवा, जिन्होंने 10वीं या उससे ऊपर की पढ़ाई की हो और जिनकी पारिवारिक आय 3 लाख से कम हो, आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन प्रक्रिया

आवेदन ऑनलाइन सेवायोजन पोर्टल (sewayojan.up.nic.in) पर किया जाता है।

लाभ और प्रभाव

ये तीनों योजनाएं यूपी के विभिन्न वर्गों को लाभ पहुंचाती हैं:

  1. प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
  2. कन्या सुमंगला योजना से बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
  3. बेरोजगारी भत्ता योजना से युवाओं को आर्थिक संबल मिल रहा है।

भागीदारी की प्रक्रिया

इन योजनाओं में शामिल होने की प्रक्रिया आसान है:

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना

वेंडर्स निकटतम बैंक या ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।

कन्या सुमंगला योजना

आवेदन mksy.up.gov.in पर जमा करें।

उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना

सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, कन्या सुमंगला योजना, और उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। ये योजनाएं आत्मनिर्भरता, शिक्षा, और रोजगार को बढ़ावा दे रही हैं। इनका लाभ उठाएं और अपने जीवन को बेहतर बनाएं।

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