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गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना: हरित गोवा की पहल

गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना: हरित गोवा की पहल

गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना क्या है?

गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना (Goa State Horticulture Promotion Scheme) गोवा सरकार द्वारा शुरू की गई एक कृषि और बागवानी केंद्रित योजना है। यह योजना गोवा राज्य बागवानी निगम लिमिटेड (Goa State Horticultural Corporation Ltd.) के माध्यम से संचालित की जाती है और इसका उद्देश्य राज्य में बागवानी को बढ़ावा देना, किसानों की आय में वृद्धि करना, और स्थानीय उत्पादों को बाजार तक पहुंचाना है। योजना की शुरुआत गोवा की प्राकृतिक संपदा, जैसे नारियल, काजू, आम, और अन्य फलों व सब्जियों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी। 2024-25 में इस योजना में नए प्रावधान जोड़े गए हैं ताकि छोटे और मध्यम किसानों को अधिक लाभ मिल सके।

इस योजना के तहत, किसानों को सब्सिडी, उन्नत बीज, तकनीकी सहायता, और बाजार सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। Goa State Horticulture Promotion Scheme गोवा को हरित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है। इस लेख में हम इस योजना के उद्देश्य, विशेषताएं, लाभ, शामिल क्षेत्र, और भागीदारी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानेंगे।

गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना का उद्देश्य

इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य गोवा में बागवानी क्षेत्र को मजबूत करना है। इसके प्रमुख लक्ष्य हैं:

  1. किसानों को बागवानी फसलों की खेती के

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    लिए प्रोत्साहित करना।
  2. स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाना।
  3. किसानों की आय में सुधार करना।
  4. पर्यावरण संरक्षण और हरित क्षेत्र को बढ़ावा देना।

यह योजना गोवा की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने और स्थानीय बाजार को समृद्ध करने की दिशा में काम करती है।

गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना की विशेषताएं

यह योजना कई विशेषताओं के साथ लागू की गई है:

1. सब्सिडी और सहायता

किसानों को बीज, खाद, और उपकरणों पर सब्सिडी दी जाती है।

2. तकनीकी प्रशिक्षण

आधुनिक बागवानी तकनीकों पर प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है।

3. बाजार सुविधा

उत्पादों को बेचने के लिए आउटलेट और परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं।

4. विविध फसलें

नारियल, काजू, आम, केला, और सब्जियों को शामिल किया गया है।

गोवा राज्य बागवानी संवर्धन योजना के लाभ

इस योजना के कई लाभ हैं:

  1. आर्थिक वृद्धि: किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है।
  2. रोजगार सृजन: बागवानी से संबंधित कार्यों से रोजगार बढ़ता है।
  3. खाद्य सुरक्षा: स्थानीय स्तर पर उत्पादन से खाद्य आपूर्ति मजबूत होती है।
  4. पर्यावरण लाभ: पेड़-पौधों से हरित क्षेत्र बढ़ता है।

उदाहरण के लिए, एक काजू किसान इस योजना से सब्सिडी लेकर अपने बगीचे का विस्तार कर सकता है।

शामिल क्षेत्र

योजना कई क्षेत्रों को कवर करती है:

  1. फल उत्पादन: नारियल, काजू, आम, केला।
  2. सब्जी खेती: टमाटर, भिंडी, बैंगन।
  3. मसाला फसलें: हल्दी, काली मिर्च।

यह योजना गोवा के सभी किसानों के लिए खुली है।

भागीदारी प्रक्रिया

योजना में शामिल होने की प्रक्रिया आसान है:

  1. आवेदन: गोवा राज्य बागवानी निगम के कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल goa.gov.in पर आवेदन करें।
  2. दस्तावेज: आधार कार्ड, जमीन का प्रमाण, और निवास प्रमाण जमा करें।
  3. सत्यापन: अधिकारी द्वारा पात्रता और जमीन की जांच की जाती है।
  4. सहायता: स्वीकृति के बाद सब्सिडी और सहायता मिलती है।

किसान नजदीकी कृषि कार्यालय से भी मदद ले सकते हैं।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

यह योजना गोवा के सभी किसानों के लिए उपलब्ध है, लेकिन प्राथमिकता छोटे और मध्यम किसानों को दी जाती है। 2024-25 में बजट में इसके लिए अतिरिक्त धन आवंटित किया गया है।


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