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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana), जिसे PMGKAY के नाम से जाना जाता है, भारत सरकार की एक खाद्य सुरक्षा योजना है। इसे 26 मार्च 2020 को कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य गरीब परिवारों को मुफ्त राशन देकर भोजन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह योजना प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज और 1 किलो दाल मुफ्त देती है। Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana गरीबों के लिए भोजन का सहारा बनकर उभरी।
इसका मुख्य लक्ष्य 80 करोड़ गरीब लोगों को महामारी के दौरान भोजन उपलब्ध कराना था। यह लॉकडाउन में आय के नुकसान से प्रभावित परिवारों को सहायता देना चाहता है। शुरू में यह नवंबर 2020 तक था, जिसे बाद में बढ़ाया गया। इसका मकसद गरीबी और भुखमरी को कम करना है।
महामारी में भोजन की कमी एक बड़ी समस्या थी। यह योजना इसे हल करने और गरीबों की मदद करने की कोशिश करती है।
इस योजना की कुछ खास विशेषताएं हैं:
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Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana को खाद्य मंत्रालय ने लागू किया।
इस योजना से करोड़ों लोगों को लाभ हुआ। 2023 तक, 80 करोड़ से अधिक लोगों को राशन मिला। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश और बिहार में गरीब परिवारों को भोजन मिला।
मुफ्त राशन से गरीबों का जीवन संभला और भुखमरी कम हुई।
खाने का खर्च कम होने से परिवारों की बचत बढ़ी।
इस योजना का लाभ लेने के लिए:
अधिक जानकारी के लिए खाद्य मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
यह योजना खाद्य सुरक्षा, गरीब कल्याण और अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती है। इसे खाद्य मंत्रालय और राज्य सरकारों ने लागू किया।
गरीब कल्याण अन्न योजना ने महामारी में गरीबों को सहारा दिया। यह भोजन सुरक्षा में सफल रही। हालांकि, वितरण में देरी और जागरूकता की कमी चुनौतियां हैं। फिर भी, यह योजना गरीबों के लिए एक बड़ा कदम है।
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